नखरे करना नहीं जानती, कोप-भवन में बैठना नहीं जानती।
3.
और मेरे देखते ही देखते वह भोली भाली लड़की इतराना, नखरे करना और रूठना मचलना सीख गई।
4.
फिर आजकल बच्चों का खाने-पीने में नखरे करना और फास्ट फूड की जिद करना भी एक बड़ी समस्या है।
5.
उसका बैठना, उठना, चलना, बोलना, मुस्कराना, ऐंठना, नखरे करना और गुस्सा होना सब मुझे पसंद था।
6.
उम्र चाहे कोई भी हो, जब प्यार होता है, तो लडकियां अक्सर बच्चों की सी हो जाती है, अपने प्रियतम से गिला, शिकवा करना, रूठना, नखरे करना, ये सब जैसे खुद-ब-खुद आ जाता है, तनहा हो या भीड़ में, बेवजह मुस्कुराने लगती है, कभी कोई भूले से नाम भी ले ले उनका, तो आँखों में एक खास चमक आ जाती है..